सपना क्या है?
एक ख्याल ही तो है
कभी आंखों में पलता हुआ
कभी दिलों में जलता हुआ
कभी आंसुओं में ढलता हुआ
कभी खुशियों में मुस्कुराता हुआ
कभी सोते से जगाता हुआ
कभी गहरी नींद में सुलाता हुआ
एक साया सा?
जो ख्यालों में गहराता जाता है
और ख़ुद में इतना समा जाता है
की इंसान जकड़ा रह जाता है
जब किसी का सपना टूटता है
तो कैसा लगता है?
कांच के टूटे टुकड़ों की तरह
क्या आंखों में चुभता है?
या फिर एक लम्बी रात की तरह
अंधेरों में ही बसता है?
और मानव मन ख़ुद ही रोता है
तो कभी ख़ुद ही ख़ुद पर हँसता है
हर सपने की भी कीमत होती है शायद
हकीक़त की धरा से टकराकर
क्या सपना अधूरा रह जाता है
और अपनी कीमत चुकाता है?
सपना सिर्फ़ सपना होता है
पर हाँ, खुशी का या गम का
एक लम्हा वो अपना होता है….
~~पायल~~
jagi hui aankhon mein kanch se chubhtey hue khwab raat aesaiy hi deewano ki basar hua karti hai--marhoom MEENA KUMARI.
ReplyDeleteLOG CHLEY JATEY HAIN LEKIN UNKEY ANTARTAM SE NIKLEY AWAZ KHOOBSURAT AUR KASEY HUEY SHBDON KE PAKER MEIN SDIYON TAK GOONJTE RH JATEY HAIN