कुछ तो बात है
इन फूलों में...
जो खिल जाती है मुस्कराहट
जब भी देखती हूँ
इन्हें खिलते हुए
महक जाती हूँ मैं
इनकी सुगंध से
जब प्रेम से महकाते हैं
यादों का आँगन
बस और क्या कहूँ..
रिमझिम फुहार में
भीग जाता है मन ~ पायल
जो खिल जाती है मुस्कराहट
जब भी देखती हूँ
इन्हें खिलते हुए
महक जाती हूँ मैं
इनकी सुगंध से
जब प्रेम से महकाते हैं
यादों का आँगन
बस और क्या कहूँ..
रिमझिम फुहार में
भीग जाता है मन ~ पायल
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